📘 UNIT 7: Dissolution of Firm (धारा 39–47)
🔰 प्रस्तावना | Introduction:
Dissolution का अर्थ है साझेदारी फर्म का विधिक रूप से अंत। जब साझेदारी का उद्देश्य समाप्त हो जाता है या साझेदारों के बीच विश्वास भंग हो जाता है, तो Dissolution की प्रक्रिया अपनाई जाती है। इस यूनिट में फर्म को समाप्त करने के आधार, विधियाँ और परिणामों को समझाया गया है।
📘 Section 39 – Dissolution of a Firm:
जब साझेदारों के बीच का संबंध समाप्त हो जाता है और फर्म का व्यापार पूरी तरह से बंद हो जाता है, तो यह Dissolution कहलाता है।
📌 Section 40 – By Agreement:
सभी साझेदार आपसी सहमति से फर्म को समाप्त कर सकते हैं।
📌 Section 41 – Compulsory Dissolution:
- ✔️ सभी साझेदारों का दिवालिया हो जाना
- ✔️ सभी साझेदारों में से कोई अवैध कार्य में लिप्त हो
- ✔️ फर्म का व्यापार कानूनन प्रतिबंधित हो जाए
📌 Section 42 – Dissolution by Operation of Law:
- ✔️ निश्चित अवधि पूरी हो जाना
- ✔️ किसी विशेष कार्य का उद्देश्य पूरा हो जाना
- ✔️ किसी साझेदार की मृत्यु
- ✔️ दिवालियापन
📌 Section 43 – Dissolution by Notice:
यदि फर्म "Partnership at Will" है, तो कोई भी साझेदार लिखित नोटिस द्वारा फर्म को समाप्त कर सकता है।
📌 Section 44 – Dissolution by Court:
न्यायालय निम्नलिखित आधारों पर फर्म को भंग कर सकता है:
- ✔️ किसी साझेदार की मानसिक अक्षमता
- ✔️ साझेदारों के बीच लगातार विवाद
- ✔️ साझेदार अनुबंध की शर्तों का उल्लंघन करता हो
- ✔️ फर्म को घाटा हो रहा हो
- ✔️ न्यायिक रूप से यह उचित हो
📘 Section 45 – Liability for Acts after Dissolution:
जब तक उचित Public Notice न दिया जाए, साझेदार पूर्व कार्यों के लिए उत्तरदायी रहेंगे।
📘 Section 46 – Right to Have Business Wound Up:
सभी साझेदार फर्म की परिसमापन (winding up) के लिए अधिकार रखते हैं और लाभ/नुकसान के अनुसार बँटवारे का हकदार होते हैं।
📘 Section 47 – Continuing Authority of Partners for Winding Up:
भंग होने के बाद भी साझेदारों की सीमित शक्ति जारी रहती है — जैसे बकाया वसूलना, देनदारियों का भुगतान करना आदि।
📚 प्रमुख केस लॉ:
- 📌 Garner v. Murray (1904): Insolvent partner की पूंजी का वितरण कैसे हो, यह तय किया गया
- 📌 Suresh Kumar v. Amitabh Sinha (2004): न्यायालय द्वारा Dissolution का आधार उचित ठहराया गया
- 📌 Re Yenidje Tobacco Co. Ltd. (1916): साझेदारों के बीच विश्वास का ह्रास होने पर फर्म को भंग किया गया
📒 क्लास-नोट्स का निष्कर्ष:
Dissolution साझेदारी का अंतिम चरण है। इसके विभिन्न प्रकारों, नोटिस, न्यायालयीय आदेश एवं जिम्मेदारियों को समझना महत्वपूर्ण है। यह विषय परीक्षा में केस आधारित एवं धारावार प्रश्नों के रूप में पूछा जाता है।
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