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UGC NET Teaching Aptitude Part 02: सम्प्रेषण के प्रकार और मॉडल – एक संवादात्मक उपन्यास कथा

सम्प्रेषण – संवादों में पिरोई एक उपन्यास कथा | UGC NET Teaching Aptitude

📘 भाग 2: सम्प्रेषण – संवादों में पिरोई एक उपन्यास कथा

स्थान: गुरु श्रीनिवास का क्लासरूम
पात्र: गुरु श्रीनिवास (शिक्षक), आर्या (NET aspirant), राहुल (UGC NET की तैयारी कर रहा छात्र)


आर्या: गुरुजी, "सम्प्रेषण" शब्द सुनते ही लगता है कोई बोरिंग लेक्चर आने वाला है… लेकिन आपके क्लास में तो कुछ और ही होता है!

गुरु श्रीनिवास: (मुस्कराते हुए) "सम्प्रेषण" कोई सीधा-सादा विषय नहीं है, ये तो संवादों का रंगमंच है। चलो आज इसे कहानी की तरह समझते हैं…

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🔶 1. अंतवैयक्तिक सम्प्रेषण (Intrapersonal Communication)

जब आर्या NET परीक्षा के लिए पढ़ रही थी, उसने खुद से कहा – “क्या मैं इसे समझ पा रही हूँ?” यह आत्मसंवाद था – अंतवैयक्तिक सम्प्रेषण

  • विशेषताएँ: स्वयं से विचार-विमर्श
  • उदाहरण: मन ही मन निर्णय लेना, खुद से बात करना
  • लाभ: आत्मनिरीक्षण बढ़ता है
  • हानि: अधिक सोच से तनाव
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🔶 2. अंतःवैयक्तिक सम्प्रेषण (Interpersonal Communication)

एक दिन राहुल ने गुरुजी से पूछा – "गुरुजी, नेट में कितने प्रकार के सम्प्रेषण होते हैं?" और गुरुजी ने उत्तर दिया – "यह संवाद अंतःवैयक्तिक सम्प्रेषण का सुंदर उदाहरण है।"

  • विशेषताएँ: दो व्यक्तियों के बीच संवाद
  • उदाहरण: छात्र और शिक्षक का बातचीत
  • लाभ: प्रतिक्रिया संभव
  • हानि: गलतफहमी की आशंका
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🔶 3. समूह सम्प्रेषण (Group Communication)

NET की तैयारी में ARYA और उसके चार दोस्तों ने मिलकर एक अध्ययन समूह बनाया – जहां वे अपनी जिज्ञासाएं साझा करते। यह था समूह सम्प्रेषण

  • विशेषताएँ: एक से अधिक व्यक्तियों के बीच संवाद
  • उदाहरण: ग्रुप स्टडी, टीम मीटिंग
  • लाभ: विचारों की विविधता
  • हानि: समन्वय में कठिनाई
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🔶 4. जनसंचार (Mass Communication)

श्रीनिवास सर ने ARYA को SWAYAM और SWAYAMPRABHA चैनल्स के बारे में बताया। “ये जनसंचार का सुंदर उदाहरण हैं,” उन्होंने कहा।

  • विशेषताएँ: बड़ी संख्या में लोगों तक संदेश
  • उदाहरण: रेडियो, टीवी, YouTube, MOOCs
  • लाभ: बड़ी पहुँच
  • हानि: कोई व्यक्तिगत फीडबैक नहीं
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🔶 5. क्रॉस-कल्चरल सम्प्रेषण (Cross-Cultural Communication)

ARYA ने जापान के एक प्रोफेसर से वेबिनार में भाग लिया। भाषा अलग थी, लेकिन PPT ने मदद की। यह Cross Cultural Communication था।

  • विशेषताएँ: विभिन्न संस्कृतियों के बीच संवाद
  • उदाहरण: अंतरराष्ट्रीय वेबिनार
  • लाभ: वैश्विक दृष्टिकोण
  • हानि: सांस्कृतिक गलतफहमी
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🔶 6. मौखिक और गैर-मौखिक सम्प्रेषण

📣 मौखिक सम्प्रेषण (Verbal)

गुरुजी का लेक्चर – मौखिक सम्प्रेषण का जीवंत उदाहरण

🤐 गैर-मौखिक सम्प्रेषण (Non-Verbal)

गुरुजी ने मुस्कराकर सिर हिलाया – "Very Good ARYA" – यह बिना बोले संवाद!

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📊 सम्प्रेषण मॉडल का संक्षिप्त रूप:

Sender (Source)EncodingMessageMediumDecodingReceiverFeedback (Very fast / fast / slow)
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📝 निष्कर्ष:

सम्प्रेषण सिर्फ शब्द नहीं है, यह विचारों का आदान-प्रदान है। शिक्षक और विद्यार्थी के बीच यह जितना स्पष्ट होगा, शिक्षा उतनी ही प्रभावशाली होगी।


UGC NET Teaching Aptitude की तैयारी के लिए संवाद आधारित और यादगार प्रस्तुति | भाग 3 जल्द ही आने वाला है!

सम्प्रेषण के प्रकार | Kinds of Communication for UGC NET

📘 सम्प्रेषण के प्रकार (Kinds of Communication)

हम सम्प्रेषण को विभिन्न आधारों पर विभाजित कर सकते हैं:

1️⃣ माध्यम के आधार पर (On the Basis of Medium)

  • मौखिक सम्प्रेषण (Verbal Communication): जिसमें भाषा और शब्दों का प्रयोग होता है। जैसे – व्याख्यान, बातचीत, चर्चा।
  • गैर-मौखिक सम्प्रेषण (Non-verbal Communication): जिसमें इशारे, हाव-भाव, चेहरे की भाव-भंगिमा शामिल होती है।
  • लिखित सम्प्रेषण (Written Communication): जैसे ईमेल, रिपोर्ट, नोट्स आदि।

2️⃣ प्रतिभागियों की संख्या के आधार पर (On the Basis of Number of Participants)

  • अंतवैयक्तिक सम्प्रेषण (Intrapersonal): स्वयं से संवाद। जैसे – आत्मचिंतन।
  • अंतरवैयक्तिक सम्प्रेषण (Interpersonal): दो व्यक्तियों के बीच संवाद। जैसे – छात्र और शिक्षक के बीच बातचीत।
  • समूह सम्प्रेषण (Group Communication): छोटे समूह के बीच विचारों का आदान-प्रदान। जैसे – ग्रुप डिस्कशन।
  • जनसंचार (Mass Communication): बड़ी जनसंख्या को संबोधित संवाद। जैसे – टीवी, रेडियो, YouTube आदि।

3️⃣ दिशा के आधार पर (On the Basis of Direction)

  • एकपक्षीय सम्प्रेषण (One-way Communication): जहाँ प्रतिक्रिया की संभावना नहीं होती। जैसे – समाचार बुलेटिन।
  • द्विपक्षीय सम्प्रेषण (Two-way Communication): जहाँ संप्रेषणकर्ता और ग्रहणकर्ता दोनों की भूमिका होती है। जैसे – इंटरव्यू, क्लासरूम बातचीत।

4️⃣ संदर्भ के आधार पर (On the Basis of Context)

  • औपचारिक सम्प्रेषण (Formal Communication): संस्थागत और निर्धारित ढाँचे में होता है। जैसे – कार्यालयी ज्ञापन।
  • अनौपचारिक सम्प्रेषण (Informal Communication): व्यक्तिगत या सहज बातचीत। जैसे – दोस्तों के बीच बातचीत।

5️⃣ सांस्कृतिक आधार पर (On the Basis of Culture)

  • क्रॉस-कल्चरल सम्प्रेषण (Cross-cultural Communication): विभिन्न संस्कृतियों के बीच संवाद। जैसे – अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन या विदेशी छात्रों से संवाद।

📌 सारांश तालिका:

आधार प्रकार उदाहरण
माध्यम मौखिक, गैर-मौखिक, लिखित भाषण, हाव-भाव, रिपोर्ट
प्रतिभागियों की संख्या अंतवैयक्तिक, अंतरवैयक्तिक, समूह, जनसंचार सोचना, वार्तालाप, चर्चा, टीवी
दिशा एकपक्षीय, द्विपक्षीय समाचार, इंटरव्यू
संदर्भ औपचारिक, अनौपचारिक ज्ञापन, मित्र वार्ता
संस्कृति क्रॉस कल्चरल अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन

यह सारणी और विवरण UGC NET Teaching Aptitude के लिए उपयोगी है। भाग 3 में आप पढ़ेंगे: ICT आधारित शिक्षण विधियाँ।

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