📚 Most Important for NTA UGC NET Exam
1️⃣ तक्षशिला विश्वविद्यालय (Taxila University)
- स्थान: वर्तमान पाकिस्तान (गंधार क्षेत्र)
- स्थापना: लगभग 7वीं शताब्दी ई.पू.
- स्थापक: कोई निश्चित संस्थापक नहीं, प्राकृतिक रूप से विकसित विद्या पीठ
- प्रसिद्ध शिक्षक: आचार्य चाणक्य, जीवक (चिकित्सक), पाणिनी
- विद्यार्थी आते थे: भारत, चीन, तिब्बत, मध्य एशिया से
- मुख्य विषय: वेद, व्याकरण, चिकित्सा, राजनीति, आयुर्वेद, सैन्य विद्या
- विशेषता: यह विश्वविद्यालय औपचारिक परीक्षा प्रणाली के बिना था
- समस्या: 5वीं शताब्दी में हूण आक्रमण से विनाश
2️⃣ नालंदा विश्वविद्यालय (Nalanda University)
- स्थान: बिहार, भारत
- स्थापना: 5वीं शताब्दी (कुमारगुप्त I द्वारा)
- प्रसिद्ध शिक्षक: नागार्जुन, धम्मपाल, शीलभद्र
- विद्यार्थी आते थे: तिब्बत, चीन, कोरिया, जापान से
- मुख्य विषय: बौद्ध धर्म, व्याकरण, तर्कशास्त्र, चिकित्सा, खगोलशास्त्र
- छात्र संख्या: लगभग 10,000 छात्र, 2000 शिक्षक
- समस्या: 1193 में बख्तियार खिलजी ने इसे जलाकर नष्ट किया
- विशेषता: पुस्तकालय "धर्मगंज" में लाखों पांडुलिपियाँ थीं
3️⃣ विक्रमशिला विश्वविद्यालय (Vikramshila University)
- स्थान: बिहार, भारत
- स्थापना: 8वीं शताब्दी में धर्मपाल (पाल वंश)
- उद्देश्य: नालंदा के अतिरिक्त बौद्ध अध्ययन का एक वैकल्पिक केंद्र बनाना
- प्रसिद्ध शिक्षक: दीपंकर श्रीज्ञान (अतिश)
- विद्यार्थी: तिब्बत, नेपाल से विद्यार्थी आते थे
- मुख्य विषय: तंत्र, बौद्ध दर्शन, व्याकरण
- समस्या: बख्तियार खिलजी के आक्रमण से नष्ट
4️⃣ वल्लभी विश्वविद्यालय (Vallabhi University)
- स्थान: गुजरात (वल्लभी)
- स्थापना: 6वीं शताब्दी
- स्थापक: मैत्रक वंश के शासक भट्टारक
- प्रसिद्ध शिक्षक: गुणमति और स्थिरमति
- मुख्य विषय: बौद्ध धर्म, राजनीति, अर्थशास्त्र
- विद्यार्थी: पश्चिम भारत, श्रीलंका से
- विशेषता: यह विश्वविद्यालय हीनयान बौद्ध परंपरा के लिए प्रसिद्ध था
- समाप्ति: अरब आक्रमणों के कारण
5️⃣ ओदंतपुरी विश्वविद्यालय (Odantapuri University)
- स्थान: बिहार
- स्थापना: 8वीं शताब्दी, गोपाल (पाल वंश)
- मुख्य विषय: बौद्ध धर्म, संस्कृत ग्रंथ
- समस्या: मुस्लिम आक्रमण के कारण समाप्त
📌 परीक्षा उपयोगी तथ्य:
- ✅ नालंदा सबसे बड़ा और प्रसिद्ध विश्वविद्यालय था
- ✅ तक्षशिला औपचारिक विश्वविद्यालय नहीं था, पर सबसे पुराना माना जाता है
- ✅ सभी विश्वविद्यालयों में बौद्ध धर्म प्रमुख विषय था
- ✅ मुस्लिम आक्रमणों से अधिकांश विश्वविद्यालय नष्ट हुए
- ✅ विदेशी छात्रों की उपस्थिति भारत के ज्ञान का वैश्विक महत्व दर्शाती है
📘 Important Universities
6️⃣ सोमपुरा विश्वविद्यालय (Somapura Mahavihara)
- स्थान: नाइकानधारा, बांग्लादेश
- स्थापना: 8वीं शताब्दी में धर्मपाल (पाल वंश)
- विशेषता: विशाल बौद्ध विहार – UNESCO विश्व धरोहर
- मुख्य विषय: बौद्ध धर्म, वास्तुकला, तंत्र विद्या
- विद्यार्थी: नेपाल, तिब्बत, म्यांमार से
- समस्या: आक्रमण व उपेक्षा से नष्ट
7️⃣ जगद्दला विश्वविद्यालय (Jagaddala Mahavihara)
- स्थान: वर्तमान बांग्लादेश
- स्थापना: रामपाल (पाल वंश) द्वारा 11वीं शताब्दी में
- मुख्य विषय: महायान बौद्ध धर्म, तंत्र
- समाप्ति: 12वीं शताब्दी में मुस्लिम आक्रमण से
- विशेषता: पांडुलिपियों के संरक्षण का प्रमुख केंद्र
8️⃣ पुष्पगिरि विश्वविद्यालय (Pushpagiri University)
- स्थान: ओडिशा (जाजपुर जिला)
- काल: लगभग 3वीं से 11वीं शताब्दी तक
- वास्तविकता: यह विश्वविद्यालय "ललितगिरि-रत्नगिरि-उदयगिरि" के बौद्ध तीर्थस्थलों से जुड़ा था
- विशेषता: बौद्ध शिक्षा व दर्शन का प्रमुख केंद्र
- विद्यार्थी: दक्षिण-पूर्व एशिया के कई देशों से
9️⃣ विक्रमशिला (दूसरे रूप में)
- ध्यान दें: कुछ इतिहासकार विक्रमशिला के अलग शाखाओं को भी स्वतंत्र महाविद्यालय मानते हैं
- विशेष: इन शाखाओं में विशिष्ट विषयों जैसे कि तंत्र विद्या या तर्कशास्त्र की गहन पढ़ाई होती थी
📝 परीक्षा के लिए विशेष टिप्स:
- 📌 यदि "Pal Dynasty" से संबंधित कोई महाविहार हो, तो वह बौद्ध धर्म व तंत्र पर आधारित होगा
- 📌 “UNESCO World Heritage” शब्द आए, तो सोमपुरा विहार का चयन करें
- 📌 “त्रिवेणी संस्थान” कहें तो ललितगिरि, रत्नगिरि, उदयगिरि यानी पुष्पगिरि को याद रखें
- 📌 “Pāṇinian Grammar” या “Political Thought” – तक्षशिला से जोड़ें
🔎 भारत के अन्य दुर्लभ लेकिन महत्वपूर्ण प्राचीन विश्वविद्यालय
🔟 कान्यकुब्ज विश्वविद्यालय (Kanyakubja University)
- स्थान: वर्तमान कानपुर/कन्नौज (उत्तर प्रदेश)
- काल: 6वीं से 9वीं शताब्दी
- प्रसिद्धि: हर्षवर्धन के काल में अत्यंत महत्वपूर्ण शिक्षण केंद्र
- मुख्य विषय: व्याकरण, आयुर्वेद, खगोलशास्त्र
- विशेषता: चीनी यात्री ह्वेनसांग ने यहां की शिक्षा व्यवस्था की प्रशंसा की
1️⃣1️⃣ शारदा पीठ (Sharada Peeth)
- स्थान: वर्तमान में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK)
- काल: संभवतः 6वीं से 12वीं शताब्दी
- मुख्य विषय: संस्कृत साहित्य, वेद, दर्शन
- विशेषता: आदि शंकराचार्य के समय यह प्रमुख वैदिक शिक्षा केंद्र था
- धार्मिक महत्व: शारदा देवी का मंदिर होने के कारण यह शक्ति उपासकों का भी केंद्र था
1️⃣2️⃣ मठ शिक्षण प्रणाली (Matha Tradition - Pan India)
- स्थापना: आदि शंकराचार्य द्वारा चार धामों में मठ – द्वारका, पुरी, बद्रीनाथ, श्रृंगेरी
- काल: 8वीं शताब्दी
- शिक्षा: अद्वैत वेदांत, उपनिषद, गीता, न्याय
- महत्व: ये मठ शिक्षा व परंपरा के पोषक केंद्र थे
1️⃣3️⃣ बीजक विद्यालय (Bijak Learning Tradition)
- स्थान: पूर्वी भारत (बिहार व झारखंड क्षेत्र)
- प्रसिद्ध: कबीर के अनुयायियों द्वारा संचालित बीजक परंपरा – मौखिक शिक्षा प्रणाली
- मुख्य विषय: भक्ति काव्य, तात्त्विक भक्ति
🎯 परीक्षा की दृष्टि से विशेष संकेत (Identification Tips)
अगर प्रश्न में | तो उत्तर होगा |
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“ह्वेनसांग ने किया उल्लेख” | तक्षशिला या कान्यकुब्ज |
“POK में स्थित” | शारदा पीठ |
“चार धाम शिक्षा व्यवस्था” | शंकराचार्य के मठ |
“भक्ति वाणी, मौखिक परंपरा” | बीजक शिक्षा परंपरा |
📘 अंतिम सुझाव:
- सभी विश्वविद्यालयों को कालक्रम (Chronology) और भौगोलिक (Geographical) दृष्टि से याद करें।
- एक टेबल बनाकर “कब – कहां – क्या – कौन – क्यों” के फार्मेट में सभी विश्वविद्यालयों का अध्ययन करें।
- मूलभूत विशेषताओं जैसे – स्थापना, प्रमुख शिक्षक/शिष्य, विषय, पतन के कारण आदि पर विशेष ध्यान दें।
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