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UGC NET अनुसंधान अभिवृत्ति – Positivism vs Post-Positivism विस्तार से समझें

विस्तार से समझें

Important For NTA UGC NET Exam

1. Positivism (पॉज़िटिविज़्म)

परिभाषा: Positivism एक शोध दर्शन है जो कहता है कि ज्ञान केवल तब मान्य है जब वह परिक्षण योग्य, मापन योग्य और अनुभवजन्य हो।

यह objectivity और neutrality पर आधारित होता है।

NET में पहचान: यदि प्रश्न में "experiment, observation, measurement, objectivity, data" जैसे शब्द आएं, तो उत्तर होगा – Positivism

🎯 उदाहरण: 100 छात्रों पर सर्वे कर यह जानना कि पढ़ाई के घंटे ग्रेड पर कैसे असर डालते हैं। डेटा संग्रह और सांख्यिकीय विश्लेषण किया जाता है।

2. Post-Positivism (पोस्ट पॉज़िटिविज़्म)

परिभाषा: Post-Positivism यह मानता है कि सभी सच्चाई मापन योग्य नहीं होती। इसमें शोधकर्ता की भूमिका भी महत्वपूर्ण होती है और व्याख्या को भी स्वीकारा जाता है।

यह गुणात्मक और व्याख्यात्मक दृष्टिकोण को महत्व देता है।

NET में पहचान: यदि प्रश्न में "interpretation, multiple realities, interviews, context" जैसे शब्द हों, तो उत्तर होगा – Post-Positivism

🎯 उदाहरण: ऑनलाइन शिक्षा से छात्रों की भावनाओं पर प्रभाव जानने के लिए इंटरव्यू लिए जाएं और अनुभवों का विश्लेषण किया जाए।

✅ अंतर – Positivism और Post-Positivism

विशेषता Positivism Post-Positivism
ज्ञान का स्वरूप एक सत्य (Single Reality) बहु सत्य (Multiple Realities)
शोधकर्ता की भूमिका निष्पक्ष पर्यवेक्षक सक्रिय भागीदार
शोध विधियाँ सांख्यिकीय, परिक्षण गुणात्मक, केस स्टडी
उदाहरण सर्वे, प्रयोग इंटरव्यू, अनुभव

🎯 Practice MCQ (NET Pattern)

Q. वह शोध दर्शन जो यह मानता है कि सभी सच्चाई को परिक्षण और मापन द्वारा जाना जा सकता है –

  • A. Interpretivism
  • B. Constructivism
  • C. Positivism ✅
  • D. Pragmatism
ट्रिक: अगर विकल्पों में “objectivity” या “experiment” दिखे – Positivism चुनें। अगर “multiple interpretation” या “context” हो – Post-Positivism चुनें।

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1 Comments

Anonymous said…
That's really very helpful
M happy to read this type of content
These type of study is student friendly mind relaxing and basically the best way to gain any knowledge
Thank you so much 🙏